Junk Food के विज्ञापनों पर लगेगी लगाम, मार्च अंत तक नियम जारी कर सकती है सरकार

बच्चों के बीच बढ़ते मोटापे (Obesity) को लेकर फिक्रमंद उपभोक्ता मामलों का मंत्रालय (Consumer Affairs Ministry) सेहत के लिए नुकसानदेह माने जाने वाले(Junk Food) से जुड़े विज्ञापनों पर लगाम लगाने के एक प्रस्ताव पर विचार कर रहा है. उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हाल ही में एक बैठक में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (Ministry of Women and Child Development) ने इस बारे में एक सुझाव दिया है. महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे (National Family Health Survey) से मिले आंकड़ों का जिक्र करते हुए कहा है कि देश में बच्चों के बीच बढ़ता मोटापा इसका एक सबूत है.

अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा कि भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) भी खाद्य उत्पादों के पैकेट पर पौष्टिक तत्वों का ब्योरा देने से संबंधित नियमों के साथ सामने आया है.

उन्होंने कहा कि Junk Food से संबंधित विज्ञापनों के असर को देखते हुए बच्चों पर केंद्रित विज्ञापनों के प्रावधान भी भ्रामक विज्ञापनों पर रोक संबंधी दिशानिर्देश में शामिल किया जा सकता है. इस दिशानिर्देश के मार्च के अंत तक सामने आ जाने की उम्मीद है.

हाई शुगर और फैट वाले फूड प्रोडक्ट्स पर टैक्स लगाने का विचार

इसके अलावा, सरकार के थिंक-टैंक नीति आयोग ने अपनी 2021-22 की वार्षिक रिपोर्ट में कहा है कि भारत बढ़ते मोटापे से निपटने के लिए चीनी, वसा और नमक में उच्च खाद्य पदार्थों पर टैक्सेशन और फ्रंट-ऑफ-द-पैक लेबलिंग जैसी कार्रवाई कर सकता है.

नॉन-ब्रांडेड नमकीन, भुजिया, वेजिटेबल्स चिप्स और स्नैक्स पर पांच फीसदी माल एवं सेवा कर (GST) लगता है जबकि ब्रांडेड और पैकेटबंद उत्पादों के लिए जीएसटी दर 12 फीसदी है. राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे (एनएफएचएस-5) 2019-20 के अनुसार, मोटापे से ग्रस्त महिलाओं की संख्या बढ़कर 24 फीसदी हो गई है, जो 2015-16 में 20.6 फीसदी थी. जबकि पुरुषों के मामले में यह आंकड़ा 18.4 फीसदी बढ़कर 22.9 फीसदी हो गया है.

अब पैकेट के पीछे नहीं सामने ही होगी पूरी जानकारी

FSSAI ने ऐसे प्रॉडक्ट्स की पैकिंग में दी जाने वाली सूचनाओं के स्थान में बदलाव किए जाने की योजना बनाई है. ‘जंक फूड’ नियमन के लिए उत्पादों में प्रमुखता से पोषण संबंधी जानकारी देने की योजना है. उत्पाद की पोषण संबंधी जानकारी को उत्पाद पैकिंग में प्रमुखता के साथ एकदम सामने प्रकाशित करने की योजना है.

पैकेट में पीछे के बजाय, ग्राहकों को सरलता से दिखाई देने वाले स्थान पर खाद्य पदार्थ के बारे में जानकारी प्रकाशित होगी. ऐसी जानकारी उत्पाद पैकिंग में पीछे की तरफ या किनारे के बजाय अब अधिक स्पष्ट और सामने की तरफ होगी.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button